Whats Going On Update
दोस्तों जैसे कि हम सभी को आज 2 अप्रैल को महामान्य सुप्रीम कोर्ट से बहुत बड़ी उम्मीद थी कि शायद कुछ बहुत राहत कि खबर आज मिले .....पर आज के कोर्ट के कार्यवाही से हमारे अधिकतर स्पीक एशियन दू:खी हो रहे है !!
दोस्तों मै देवाशिष भी आपके ही जैसा एक आम पेनालिस्ट हूँ और बहुत ही बेशब्री से स्पीक एशिया के रिस्टार्ट होने का इंतज़ार कर रहा हूँ ....यकीन कीजिये मेरे पास पिछले 11 माह से कोई भी इनकम... सोर्स नहीं है जबकि अच्छा जीवन जीने कि बुरी आदत बचपन से लगी हुई है ......आज के कोर्ट के अपडेट के लिए सुबह से बगैर नहाये और बगैर खाए बैठा था कि आज तो अच्छा खबर सुनने के बाद ही सब करूँगा .......और हुआ भी वही ..!!
दोस्तों आज के कोर्ट के कार्यवाही को अगर ध्यान से देखा जाये तो पिक्चर बिलकुल साफ है ........3 पॉइंट पर गौर कीजिये प्लीज .......
1. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 2 हप्ते का समय माँगा अपना टोटल टैक्स बकाया बताने के लिए इसका मतलब स्पीक एशिया से वे टैक्स लेंगे, और टैक्स लेने का सीधा मतलब है कंपनी लीगल हो जाएगी यानि आगे का रास्ता साफ दिखाई दे रही है |
2. इसके पूर्व इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने जो रिपोर्ट दाखिल किया था उसमे कुछ प्रॉब्लम पाया गया है जिसे ठीक करके पुन: पेश करने को कोर्ट द्वारा कहा गया जिसके लिए उक्त एजेंसी ने भी 2 हफ्ते का समय माँगा इसका मतलब अब तक कंपनी के खिलाफ कोई भी ठोस सबूत नहीं मिला जिससे वे गलत-सलत तरीके से अपना रिपोर्ट दाखिल कर दिए थे आगे आप खुद ही समझ सकते है |
3. सबसे मजेदार बात तो ये है कि महाराष्ट्र सरकार ने इ ओ डब्ल्यू के तरफ से कहा कि हमें मुंबई हाईकोर्ट ने जाँच करने पर रोक लगा दिया है, एवं सम्पूर्ण जाँच प्रक्रिया को महामान्य सुपीम कोर्ट के समक्ष पेश करने का आदेश दिया है जिसके लिए हमें 3 हफ्ते का समय चाहिए ...अंतत: महामान्य सुप्रीम कोर्ट ने 3 हफ्ते का समय 23april तक देना उचित समझा ........क्योंकि किसी भी केस में कमजोर पार्टी को पर्याप्त समय देना वांछनीय है ..जिससे वे हारने के बाद ये न कहते फिरे कि हमको कोर्ट ने पर्याप्त समय नहीं दिया वर्ना हमतो दिखा देते !! और यहाँ तो बात सर्वोच्च न्यायलय की है ......एक बात बिलकुल साफ है स्पीक एशिया जीत चुकी है सिर्फ उद्घोषणा होना बाकि है तब तक सभी विरोधी को थोड़ा और फड़फड़ाने देना अति आवश्यक है .......||
जय स्पीकएशियन
जय स्पीकएशिया
Thanks and Regards
Debasish Sarkar
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