स्पीक एशिया: अशोक बहिर्वानी के नाम वारंट, जमानत पर सुनवाई आज




सुप्रभात दोस्तों. स्पीक एशिया की कानूनी जीत की ख़ुशी हम मना  रहे है दोस्तों लेकिन जिन्होंने यह ख़ुशी हम तक लाने के लिए अपना तन मन धन सभी दावपर लगाया.........,अपनी स्पीक एशिया को बचाने के लिए दिन रात एक कर दिए उन्हें बहोत कम लोग जानते है और अब उन्ही सच्चे स्पीक एशियंस  की वफादारी उनके लिए तकलीफदेह बनाने जा रही है.



दोस्तों शायद अब तक आप सभी तक यह खबर पहुँच ही चुकी होगी के मुंबई हाईकोर्ट में स्पीक एशिया के खिलाफ श्री खोसला जी ने दर्ज की हूवी FIR उन्होंने वापस ले ली है जिस FIR की बदौलत स्पीक एशिया के ऊपर संकट के बादल मंडरा रहे थे
हमें इस खबर से बहोत राहत मिली है लेकिन अब एक नया ''अडंगा'' लगाने के आसार नजर आने लगे है और जिसके चलते SAOL के ''दुश्मन"" बहोत सारी अफवाए उड़ा सकते है ......इस लिए यह सब लिखकर आप सभी के जानकारी में  लाने का प्रयास है
हूवा यु है दोस्तों के EOW के ऑफिसर जिनके हाथ में SAOL का केस है उन्होंने हमारे ASPA के महा सचिव श्री अशोक भिर्वानिजी के नाम ''वारंट'' इशु किया है जिसके चलते कल दोपहर को मुंबई हाईकोर्ट में सुनवाई होनेवाली थी. ASPA ने अपनी  तरफ से सभी न्यूज़ रिपोर्टरों को प्रेस क्लब में  इनवाईट किया था लेकिन......... SAOL के लिए  मिडिया अभी भी असहयोग की भावना बनाये हूवे है इसका एहेसास हम सभी स्पीक एशियंस को कल फिर एक बार देखने मिला. 

कल इस मामले पर सुनवाई ना हो सकने के कारण आज दोपहर को इस पर सुनवाई होने जा रही है. ASPA अपना पक्ष रखते हूवे श्री अशोक भिरावानी जी के लिए अरेस्ट पूर्व जमानत की अर्जी दाखिल करेगी. दोस्तों हो सकता है आज जमानत ना हो पाए.......SAOL के दुश्मनों द्वारा ना होने देने की पूरी कोशिश भी की जा सकती है ...............तरह तरह की अफवाए फैलाई जा सकती है ......मिडिया को मोहरा बनाकर.

हम सभी स्पीक एशियंस को अपना पेशंस बनाये रखना है ....किसी अफावओं पर अपनी प्रतिक्रियां नहीं देनी है.  दोस्तों मेरे देंखे यह हमारे स्पीक अशियंस के इम्तेहान की घडी है. सुप्रीम कोर्ट में लाहोटी जी की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है मुंबई के इस मुकदमे का उस पर कोई असर नहीं होनेवाला है...और ना हो सकता है. दोस्तों एक बार फिर झलक इंडिया आप सभी से ....स्पीक अशियंस भाइयों से गुजारिश कर रहा है ..........अपना संयम बनाए रखे ...........एक आखरी बात  ....... किसी कवी की लिखी कुछ पंक्तियाँ याद आ रही है.
 
तूफ़ान को आना है आकर चले जाना है ...
बादल है ये कुछ पल का छाकर ढल जाना है ...............

दोस्तों यह बादल भी चला जायेगा .......

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