स्पीक एशिया की ताकत उसके पनेलिस्ट है
आज मै आप सभी को बताना चाहता हूँ ! की हम सबने अपने बुरे समय को 8 महीने देखा कोई बात नहीं ये हमारा सबसे बड़ा सफल समय भी है ! जिससे हमें कम्पनी पर अटूट और अटल विश्वास पैदा हूया ! क्युकी बिना कष्ट पाए जीवन मै कोई सफलता नहीं हासिल हूई इतिहास गवाह है ! तो ये कौन से नयी बात है ! वो वक़्त आज भी याद है जब सभी स्पीक एशियन अपने अपने काम मै लगे थे 11 मई से पहले किसी को ये भी नहीं पता था की ऐसी भी घडी हमारे सामने आयेगी लेकिन वक़्त और कुछ दुश्मनों के कारन हम लोगो को ये दुःख देखना पड़ा !
स्पीक एशिया ने जितनी अपने काम मै सच्चाई और अच्छे अपनाई है ! वो शायद मैंने अपने जीवन और अपने बुजुर्गो के जीवन की कहानी मै भी कभी नहीं देखा न सुना, बड़ी बड़ी बैंक जब फेल हो जाती है तो कोई पैसा नहीं देती और दिवालिया हो जाती है ! बहुत कंपनी आयी और चली गयी किसी ने कभी पब्लिक को पैसा देने की नहीं सोची सब अपना पैसा बना के चली गयी लेकिन आज ये बात को गलत अगर किसी ने ठहराया है तो वो स्पीक एशिया ही है ! जिसने ये कथन को गलत करके साबित किया की वो पैसा बनाने नहीं ! जीवन भर का विश्व का एक सबसे बड़ा व्यापर शुरू करने आयी है ! जिसको हम नया युग का नया अविष्कार कह सकते है !
जिस जगह सुई से जहाज तक की सोच रखने वाले इस कंपनी ने ये करके दिखाया , स्पीक एशिया ने अगर कुछ गलत किया है तो वो सामने क्यों नहीं लेट जिन्होंने इसे बदनाम किया इस बात का है कोई जबाब , उसने अगर २० लाख परिवारों को रोजी रोटी दी तो क्या गुनाह कर दिया है इसका जबाब , उसने किसी के कभी पैसे नहीं रोके समय से पैसा दिया तो क्या गलती की इसका है जबाब और आज जब 8 महीने हो गए और कोई भी कमी नहीं निकल पाई तो कौन देगा उसको 8 महीने का हर्जाना या 20 लाख परिवारों को हर्जाना जिन्होंने कोई पाप भी नहीं किया और सजा ली दुश्मनों ने सोचा की ये कंपनी तो भारत का नक्षा ही बदल देगी तो हमारा क्या होगा धंधा कैसे चलेगा और उसको बंद करवाने मै पूरी ताकत लगा दी , लेकिन आज क्या जबाब है उनके पास जब स्पीक एशिया डट के 8 महीने से लोवेर कोर्ट , हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक लडाई लडती रही ! या इसकी सच्चाई इस बात मै नहीं दिखी चोर कभी फैसला मांग ने गया है !
बताओ या अगर स्पीक एशिया को गलत कह रहे है तो वो क्यों कोर्ट के दार्वाजे खटखटा रही थी ! और अंत समय तक अपने आप को सही साबीत करने के लिए पानी की तरह पैसा वह रही थी ! स्पीक एशिया की ताकत उसके पनेलिस्ट है ! और उसके सच्चे प्रूफ साथ मै स्पीक एशिया की ईमानदारी , लेकिन भाइयो सत्य और असत्य की लडाई तो रावण के समय से चली आ रही है ! और जीत सत्य की ही हूई है ! चाहे सत्य परेशां रहा हो लेकिन विजेता वही रहा है ! और आज हम और हमारी कमपनी 8 महीने परेशां जरूर रही लेकिन सत्य और असत्य की लडाई मै जीत की कगार पर है ! ये इतिहास नहीं तो क्या है ! ............ सभी स्पीक एशिया भाइयों हम एक थे एक है और एक रहेंगे ..................... जय
स्पीक एशिया
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